राष्ट्र कवियत्री ःसुभद्रा कुमारी चौहान की रचनाएँ ःउन्मादिनी

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वैश्या की लड़की छाया कट-सी गई। अपमान उसके चेहरे पर तड़प उठा। किंतु वह कुछ नहीं बोली। वह जानती थी कि कुछ बोलकर अपना अहित छोड़कर वह हित नहीं कर सकती। ...

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